दहेज़ की प्रासंगिकता

भई दहेज जरूरी है!
क्योकि गाँव देहात में .. यहाँ तक की शहरों में भी 
बिना दहेज़ के शादी नही होगी और लड़कियां कुंवारी रह जाएँगी 
इस डर से दहेज़ बंद नही हो रहा

हाँ बिलकुल सही कहा .. आखिर, शादी के लिए ही तो आता है इंसान दुनिया में
लड़कियां पैदा ही इसलिए की जाती हैं 
बालिग़ होने तक पढ़ाओ
कौमार्य संभाल के रखो तब तक फिर कौमार्य भंग करवाने के लिए लड़के ढूंढने का अभियान चलाओ इस नेक काम के लिए पुरुस्कार रुपी दहेज़ भी दो
(बलात्कार लिखने से लोगो को बुरा लग जाता है .. सच नही सुन पाते बेचारे)
इनकी महान बुद्धि में ये ख्याल नही आया होगा कभी क्या शादी सच में इतनी जरूरी है वंश वंश की डुग-डुग बजाने वालो 

क्या किसी का नाम अनंतकाल तक रह पाया है ? 
जो तुम्हारा रह जाएगा
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