तू(खुद)

सनातन पवित्र है      
इस्लाम सर्वश्रेष्ठ है

सनातन ही शांति है    
इस्लाम ही बल है

अल्लाह ही भगवान है
ईश्वर ही मौला है

रिश्तो का चक्रव्यूह

रिश्तो का चक्रव्यूह है भैया
अभिमन्यु माँ के पेट से चकर्व्युह में घुसना ही नहीं
उसे बनाना .. जटिलतम बनाना भी सीख के आता है

दौरे-चम्पूगिरी यूँही चलती रही है भारत में
यूँही चलती रहेगी

जड़ को खत्म करे बिना
कितना ही शोर मचा लो
कुछ नही बदलने वाला
स्त्री मुक्ति के लिए धर्म का नाश करो
रिश्तो की तिलांजलि दो

उभार

अजब है उभारो की गाथा

मैं कुछ लिख दूँ उभारों के बारे में
तो मैं ठरकी
या मस्तराम का चेला

कोई लड़की/.महिला कुछ लिख दे
उभार ये उभार वो करके
तो वो समाजसुधारक
प्रगतिशील

आधुनिकता में भी लिंगभेद छुपा है
चश्मे का नंबर बढाइये

Source: Facebook Post

जातिवाद का आधुनिक रूप

हम दोनों खूब बातें करते थे अपने अपने पुराने असफल प्यारो के बारे में
उसके पेपर मेरी अलग व्यस्तता .. कुछ बीच में नहीं आता था हमारी बातो के
बात शुरू करने का तो पता था ..पर खत्म कब और कैसे होगी ... वो बैलेंस खत्म होने पे ही पता चलता था

धीरे धीरे नज़दीकियां बढ़ती गयीं ....... फिर....

मैं: ओये प्यार करती है मुझसे
कन्या: हाँ
मैं : कितना?
कन्या: बहुत ... ढक्कन इतनी बातें करते हैं हम दोनों ... फिर भी ए सवाल grumpy emoticon

नारीमुक्ति

जातिवाद, अंधविश्वास, कट्टरता के मिटे बिना
नारीमुक्ति का सपना कैसे सच होगा?

धर्म को खुद से और खुद को धर्म से जकड़ा हुआ है
सबसे ज्यादा और मजबूत डोर से नारी ने

उन्हें इससे आज़ाद करे/कराए बिना नारीमुक्ति कैसे संभव है?

लल्लोचप्पो करके, हर बात में हाँ हाँ करके
खुद को बड़ा दिखाकर
नारीमुक्ति कैसे संभव है

आरक्षण

आरक्षण! 
" गाँव भर की भौजाई । "

जो जहाँ पाया , वहीं छेड़खानी कर बैठा । 
दिन , दोपहर , रात !

एक कहता है कि प्रारंभिक परीक्षा में आरक्षण नहीं देंगे । 
दूसरा कहता है कि प्रोन्नति में आरक्षण नहीं देंगे। 
तीसरा कहता है कि एकल पद पर आरक्षण नहीं देंगे।
चौथा कहता है कि क्रीमी लेयर वालों को आरक्षण नहीं देंगे। 
पाँचवाँ कहता है कि न्यायिक सेवाओं में आरक्षण नहीं देंगे।

हक़ की लड़ाई

रीक्षाएँ हमशा आदर्श बहु बनने के लिए होती हैं
आदर्श दामाद बनने के लिए कोई परीक्षा नहीं होती

इस दोग़लापंती के खिलाफ कितनी लड़कियों/भावी बहुओ ने आवाज उठाई?
ना जी ..... बस नारीवाद का झंडा बुलंद करती चलो
आदर्श बहु बनने के ख्वाब संजोती चलो

जो एक आध उठाए जरा आवाज ... उसे देवी महादेवी बना दो या छिनाल/वैशया
.... जरूरत भी क्या है ... क्योंकि

Casteism:INDIA

Hey you piece of shit, you are casteist
 
Why so???
Scroundrel, you are dispositioning all of us
You are a bloody idiot who dreams a castefree india.

Let me tell you about our greatness
Whenever you get born in great brahmin, kshatriya or vaishay or shudra clan
Our morning shit is gold,silver,copper and brass
based on the respective clan, pure shit.

दहेज़:भारत

जो दहेज़ देगा वो दहेज़ लेगा भी
हमारे महान भारत में दहेज़ देते वक़्त दहाड़-दहाड़ कर रोने वाले लोगो
का
जैसे ही दहेज़ लेने का वक़्त आता है, तो खूब खुश होते हैं

पुरानी सब बातें भूलकर दहेज़लोभी बन जाते हैं

उम्र:भारत

हमारे महान भारत में
लोग विचारो से नहीं
उम्र से आदरणीय सम्मानीय माने जाते हैं
कमउम्र की बातें चाहे कितनी अच्छी हों .. कोई सुनना नहीं चाहता
हमउम्र की बातें आधी सुनी आधी अनसुनी
बुढऊ की बातें कितनी भी बकवास हों .. कुछ न कुछ गूढ़ रहस्य-सा निकाल ही लेंगे उसकी बातों में से
कोशिश करते-करते

जातिवाद:भारत

ब्राह्मण कहते है हमने जातिवाद नही फैलाया!!!! ...
बिल्कुल ठीक कहते हैं
आपको पता है.. बहुत गलत थ्योरी है ये कि
ब्राह्मणो ने जातिवाद फैलाया और क्षत्रियो ने वर्णव्यवस्था..उसी क्रम में जातिवाद की रक्षा की

सही और सटीक थ्योरी ये है::

जातिवाद तो शूदो ने फैलाया है पुरातन शुरातन काल से ही
कितना लॉजिकल लगता है ना,.. 
पहले वर्णव्यवस्था बनाई शुद्रो ने.. खुद को सबसे नीचे रखा
फिर अपने में से ही जिन लोगो ने थोड़ा बहुत विरोध किया .. उन्हें अछूत बना दिया
जो ज्यादा तीन-पांच कर रहे थे, उन्हें जंगल में भगा के आदिवासी बना दिया
ब्राह्मण वर्ग ने बहुत आवाजें उठाई इन् सबके लिए .. पर सब व्यर्थ
कोई सुनने को राजी ही नहीं था बेचारो की

लड़कियां:भारत

हमारे महान भारत में
लड़कियां या तो देवी होती हैं
या डायन

बीच का कोई रास्ता नही होता है जी

शादी:भारत

भारत में शादी का बहुत महत्व है

हमारे महान भारत के घटिया लोगो की सोच बदल जाती है.. 
किसी भी लड़के की वैवाहिक स्थिति का पता चलते ही!

जाति

महान भारत के घटिया पुरषो ने अपने लिए जातियां बनाई
और महिलाओं ने अपने लिए ... नही
[ उनकी अपनी कोई सोच कहाँ होती है ]

आधुनिक भारतवासी

कितने आधुनिक हैं ना भारतवासी

बेटे को जात पात के झंझट से मुक्त कहके 
प्यार तलाशने भेज देते हैं
जा बेटा अपनी पसंद की लड़की ढूंढ
तेरे प्यार से ही तेरी शादी करवाएंगे

पर वही आधुनिक लोग
बेटिओं के लिए लड़के ढूंढने खुद निकल पड़ते हैं
  

!दोगले हैं सब!

खुद को धोखा मत दो



सौदा करो चाहे वो जो भी हो..
!!! खुद को धोखा मत दो..!!!
जनता को किसी भी राजनेता की भक्ति नही करनी चाहिए
नेता राज करने के लिए नही ,, जनता की सेवा के लिए होने चाहिए

दहेज़ की प्रासंगिकता

भई दहेज जरूरी है!
क्योकि गाँव देहात में .. यहाँ तक की शहरों में भी 
बिना दहेज़ के शादी नही होगी और लड़कियां कुंवारी रह जाएँगी 
इस डर से दहेज़ बंद नही हो रहा

हाँ बिलकुल सही कहा .. आखिर, शादी के लिए ही तो आता है इंसान दुनिया में
लड़कियां पैदा ही इसलिए की जाती हैं 
बालिग़ होने तक पढ़ाओ
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