जनता और रोष

जितनी सक्रियता और रोष, घटना होने के बाद दिखाती है जनता
उतनी सतर्कता पहले दिखाए, तो घटना ही न हो
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कब तक सरकार पुलिस प्रशासन को दोष देते रहोगे
मान लो, तुम ही बेशरम हो
जब तक पीछे लात और सर पर हाथ नही पड़ता, कुछ नही करते
कुम्भकर्णो, नींद से जागो

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